LIC भारतीय जीवन बीमा कंपनी लिमिटेड, भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है, तथा देश की सबसे बड़ी निवेशक कंपनी भी है। केंद्र सरकार का एक उपक्रम है, और यह पूरी तरह से भारत सरकार के स्वामित्व में है. इसकी स्थापना सन 1956में हुई। इसका मुख्यालय भारत की आर्थिक राजधानी मुम्बई में है। भारतीय जीवन बीमा निगम के आठ आंचलिक कार्यालय और 101 संभागीय कार्यालय भारत के विभिन्न भागो में स्थित है। इसके लगभग 2048 कार्यालय देश के कई शहरो में स्थित है.
*10 लाख से ज्यादा एजेंट्स भारत भर में फैले है.
^ऊपर दी गयी बातो से स्पष्ट होता है की- भारतीय जीवन बीमा निगम यानि की LIC अपने बिजनेस लीडरशिप को बनाये रखने के लिए काफी प्रयासरत है। ऐसे में आप भी इसके साथ जुड़कर अच्छा-खासा कमाई कर सकते है।
तो आइये जाने कैसे जुड़े LIC से -
बीमा की बात करे तो आज भी भारत के लगभग आधी आबादी के पास बीमा नहीं है. और ऐसे में गांव की तरफ जाये तो वह की हालात बद से बदतर है। खासकर LIC जैसे सरकारी कंपनी की पहुच गांव में सिमित है अथवा है ही नही.
*ऐसे ही स्तिथि का फायदा उठाकर आजकल कुकुरमुत्ते जैसे कई कंपनिया गाँव का रुख करके गांव वालो का पैसा हड़प ले जा रहे है.
*करोडो-अरबो रूपए ऐसे कई चिटफंड कंपनिया लूट रहे है, जिनमे शारदा चिटफंड जैसे बड़े घोटाला भी शामिल है.
ऐसे में अगर LIC के साथ बिजनेस को बढ़ावा दिया जाये तो ये आपके और समाज के लिए बड़ा महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
यहाँ हम आपको LIC ग्रामीण/शहरी अभिकर्ता बनने के बारे में चरणबद्ध निर्देश दे रहे है-
१) पात्रता- ग्रामीण के लिए १०वी तथा श्री अभिकर्ता के लिए १२वी उत्तिर्ण अनीवार्य है. और उम्र सीमा १८ रखा गया है।
२) अपने निकटतम शाखा से संपर्क करे और वहां विकास अधिकारी से मिले, शाखा प्रबंधक एक सामान्य इंटरव्यू आयोजित करेंगे और यदि वे ठीक समझते है तो, आपको प्रशिक्षण के लिए विभागीय/ एजेंसी प्रशिक्षण केंद्र भेजा जायेगा।
प्रशिक्षण २५ घंटो की होती है, जिसमे जीवन बीमा व्यवसाय के सभी पक्ष सम्मिलित होते है। प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद आपको पूर्व-लाइसेंस परीक्षा में बैठना होगा, जो भारतीय बीमा विनिमायक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) के द्वारा संचालित किया जाता है।
*परीक्षा के सफलता-पूर्वक संपन्न हो जाने के बाद बीमा अभिकर्ता के रूप में कार्य करने के लिए IRDAI के द्वारा आपको लाइसेंस प्रदान किया जायेगा।
आप अपने शाखा कार्यालय द्वारा अभिकर्ता के रूप में नियुक्त किये जायेंगे और आप अपने विकास अधिकारी के अधीन टीम का हिस्सा होंगे। विकास अधिकारी आपको फील्ड प्रशिक्षण और अन्य महत्वपूर्ण इनपुट उपलब्ध कराएँगे, जो आपकी बाजार मे सहायता करेगी।
कौन अभिकर्ता बन सकता है?
निश्चित रूप से आप बन सकते है यदि -
१) यदि आप बहिर्मुखी हो और आप लोगो से मिलने में दिलचस्पी लेते है.
२) आप स्वव्यवसाय करने की महत्वकांशा रखते हो.
३) आप केवल अपने ग्राहकों को ही अपना बॉस मानना चाहते हो.
४) और आप अपने कार्य के घंटे स्वम निर्धारित करना चाहते हो.
*असीमित कमाई की सम्भावना, एक स्पष्ट कॅरिअर की राह, विशिष्ट विज्ञापनों द्वारा चहुँओर/ चहुमुखी समर्थन, आपका अपना घरेलु परामर्शदाता और विश्वस्तरीय प्रशिक्षण:
D) पुरष्कार और पहचान
E) सरकारी कंपनी का रुतबा
D) 5000 हजार रूपया मासिक वेतन
अगर आपके पास गांव में य कोई अन्य जगह पे छोटा-मोटा व्यवसाय है तो उसके साथ LIC एजेंट बनकर दोगुना लाभ उठा सकते है, क्योंकि आपके पास बिजनेस होने से कई लोग स्व-चल के आपके पास आते है. जिससे आपके पास ज्यादा ग्राहक बनने के चांसेस होते है।
*खासकर गांव में पढ़े लिखे औरतो के लिए ये एक वरदान की तरह है, LIC के द्वारा औरतो के लिए बेहतरीन कमाई के अवसर, आत्मसम्मान एवं स्वविकास की भावना उत्पन्न होने से गांव का भी चहु ऒर विकास निश्चित होती है।
तो आइये आप भी जुड़िये और अपने साथ समाज का भला करिये।
अधिक जानकारी के लिए निम्न नम्बरो पे संपर्क करे-
SMS LICHELP:
9222492224
*10 लाख से ज्यादा एजेंट्स भारत भर में फैले है.
तो आइये जाने कैसे जुड़े LIC से -
बीमा की बात करे तो आज भी भारत के लगभग आधी आबादी के पास बीमा नहीं है. और ऐसे में गांव की तरफ जाये तो वह की हालात बद से बदतर है। खासकर LIC जैसे सरकारी कंपनी की पहुच गांव में सिमित है अथवा है ही नही.
*ऐसे ही स्तिथि का फायदा उठाकर आजकल कुकुरमुत्ते जैसे कई कंपनिया गाँव का रुख करके गांव वालो का पैसा हड़प ले जा रहे है.
*करोडो-अरबो रूपए ऐसे कई चिटफंड कंपनिया लूट रहे है, जिनमे शारदा चिटफंड जैसे बड़े घोटाला भी शामिल है.
ऐसे में अगर LIC के साथ बिजनेस को बढ़ावा दिया जाये तो ये आपके और समाज के लिए बड़ा महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
यहाँ हम आपको LIC ग्रामीण/शहरी अभिकर्ता बनने के बारे में चरणबद्ध निर्देश दे रहे है-
१) पात्रता- ग्रामीण के लिए १०वी तथा श्री अभिकर्ता के लिए १२वी उत्तिर्ण अनीवार्य है. और उम्र सीमा १८ रखा गया है।
२) अपने निकटतम शाखा से संपर्क करे और वहां विकास अधिकारी से मिले, शाखा प्रबंधक एक सामान्य इंटरव्यू आयोजित करेंगे और यदि वे ठीक समझते है तो, आपको प्रशिक्षण के लिए विभागीय/ एजेंसी प्रशिक्षण केंद्र भेजा जायेगा।
प्रशिक्षण २५ घंटो की होती है, जिसमे जीवन बीमा व्यवसाय के सभी पक्ष सम्मिलित होते है। प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद आपको पूर्व-लाइसेंस परीक्षा में बैठना होगा, जो भारतीय बीमा विनिमायक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) के द्वारा संचालित किया जाता है।
*परीक्षा के सफलता-पूर्वक संपन्न हो जाने के बाद बीमा अभिकर्ता के रूप में कार्य करने के लिए IRDAI के द्वारा आपको लाइसेंस प्रदान किया जायेगा।
आप अपने शाखा कार्यालय द्वारा अभिकर्ता के रूप में नियुक्त किये जायेंगे और आप अपने विकास अधिकारी के अधीन टीम का हिस्सा होंगे। विकास अधिकारी आपको फील्ड प्रशिक्षण और अन्य महत्वपूर्ण इनपुट उपलब्ध कराएँगे, जो आपकी बाजार मे सहायता करेगी।
कौन अभिकर्ता बन सकता है?
निश्चित रूप से आप बन सकते है यदि -
१) यदि आप बहिर्मुखी हो और आप लोगो से मिलने में दिलचस्पी लेते है.
२) आप स्वव्यवसाय करने की महत्वकांशा रखते हो.
३) आप केवल अपने ग्राहकों को ही अपना बॉस मानना चाहते हो.
४) और आप अपने कार्य के घंटे स्वम निर्धारित करना चाहते हो.
*असीमित कमाई की सम्भावना, एक स्पष्ट कॅरिअर की राह, विशिष्ट विज्ञापनों द्वारा चहुँओर/ चहुमुखी समर्थन, आपका अपना घरेलु परामर्शदाता और विश्वस्तरीय प्रशिक्षण:
A) एक विस्तृत लाभकारी पॅकेज
B) प्रशिक्षण
C) कॅरिअरD) पुरष्कार और पहचान
E) सरकारी कंपनी का रुतबा
D) 5000 हजार रूपया मासिक वेतन
अगर आपके पास गांव में य कोई अन्य जगह पे छोटा-मोटा व्यवसाय है तो उसके साथ LIC एजेंट बनकर दोगुना लाभ उठा सकते है, क्योंकि आपके पास बिजनेस होने से कई लोग स्व-चल के आपके पास आते है. जिससे आपके पास ज्यादा ग्राहक बनने के चांसेस होते है।
*खासकर गांव में पढ़े लिखे औरतो के लिए ये एक वरदान की तरह है, LIC के द्वारा औरतो के लिए बेहतरीन कमाई के अवसर, आत्मसम्मान एवं स्वविकास की भावना उत्पन्न होने से गांव का भी चहु ऒर विकास निश्चित होती है।
तो आइये आप भी जुड़िये और अपने साथ समाज का भला करिये।
अधिक जानकारी के लिए निम्न नम्बरो पे संपर्क करे-
SMS LICHELP:
9222492224