#जन औषधि योजना भारत सरकार के अति-महत्वकांशी योजना है, जिसको केंद्रीय औषधि विभाग द्वारा संचालित जाता है. जिसका मकसद देश में उच्च गुणवत्ता युक्त साधारण(generic ) दवाइयों को उचित य सस्ते दामो पर जनता को उपलब्ध कराना है।देश में अभी 184 स्टोर्स खोले जा चुके है. और यह निरंतर जारी है।
*3000 नए जन औषधि सेंटर खोलेगी केंद्र सरकार इस साल तक-2017 में.
*जन औषधि सेंटर में 425 से अधिक दवाइयां उपलब्ध है.*भारत सरकार का लक्ष्य कम से कम देशभर के 707 जिलो में जन औषधि सेंटर खोलने का लक्ष्य है.
^जेनेरिक दवाइयां ( GENERIC MEDICINE ) क्या है?
यह भारत सरकार का बिना ब्रांड का औषधि है.(हालाँकि चिकित्सकीय मानदंडों के अनुसार ये दवाइयां भी नामी दवाइयों की भांति प्रभावी और सुरक्षित है) , लेकिन इसकी कीमत नामी(BRANDED) दवाइयों से काफी सस्ती है. इन दवाइयों के खरीदी-बिक्री पर BPPI (ब्यूरो ऑफ़ फार्मा PSU's) का नियंत्रण रहता है. यह एक सरकारी संस्था है।
^औषधि के गुणवत्ता-
जेनेरिक दवाइयों को जन औषधि सेण्टर में भेजने से पहले इसको NABAL (केंद्रीय संस्थान) में परिक्षण किया जाता है।
*जन औषधि में आपको फायदा ये है की आपको अन्य दवाइयों के मुकाबले सस्ती अवं बढ़िया दवाइयां मिलता है.^जन औषधि में खरीदी -
यहाँ आप सीधे दवाइयां ले सकते है, (जिसमे डॉक्टर की पर्ची अनिवार्य न हो)
*हालाँकि आपको नियमित दवाइयों के लिए डॉक्टर की पर्ची अनिवार्य होगी ।अभी जन औषधि सेंटर में केवल केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपकरणों से उत्पादित दवाइयां ही भेजी जा रही है , लेकिन इस उपकरणों में सारी 425 दवाइयों का उत्पादन नहीं हो पता है तो ऐसे में निजी क्षेत्र से भी जन औषधि सेंटर के लिए समस्त मानको को ध्यान में रख कर दवाइयां भेजी जा रही है।
^जन औषधि स्टोर कौन खोल सकता है?
*कोई भी गैर सरकारी संगठन अर्थात NGO, राज्यो द्वारा आधिरित सहकारी समिति।(ऐसे संगठनों को राज्य सरकार द्वारा हास्पिटल में जन औषधि सेंटर खोलने के लिए मुफ्त में जगह दी जाएगी)
*कोई भी गैर सरकारी संगठन/संस्था/ट्रस्ट/स्व-सहायता समूह जिसे जन कल्याण गतिविधियों का कम से कम 3 सालो का अनुभव हो. वो भी अपना जन औषधि सेंटर खोल सकते है.
*कोई भी व्यक्ति, फार्मासिस्ट, डॉक्टर,चिकित्सक, इसके पास जन औषधि सेंटर खोलने के लिए जगह और वित्तीय क्षमता हो वो भी जन औषधि सेंटर खोल सकता है।
*सरकार के नयी गाइड लाइन में सबको जन औषधि सेंटर खोलने का मौका मिलेगा।
^जन औषधि सेंटर खोलने से मिलने वाले लाभ -
*सरकार ने पहले साल इंसेंटिव तय कर दिया है.
*दवाइयों की छपी हुयी कीमत से 16% का मार्जिन.
*रूपए 2 लाख तक की वन टाइम वित्तीय सहायता।
*रूपए 50000 कंप्यूटर और अन्य सामग्री खरीदने के लिए.
*जन औषधि सेंटर संचालक को 12 महीनो तक उसकी सेल की 10% अतिरिक्त इंसेंटिव दिया जायेगा, जो अधिक से अधिक 10000 रूपर हर महीना होगा.
*पूर्वोत्तर राज्यो/आदिवासी इलाको/नक्सल प्रभावित इलाके में यह इंसेंटिव राशि 15000 हजार रुपये हर महीने की होगी.
^जन औषधि स्टोर खोलने के लिए जरूरते-
*आवेदनकर्ता का पंजीकरण नंबर आवेदन करते समय फार्म में भरा जायेगा.
*आवेदनकर्ता को अपनी बैंक स्टेटमेंट् दिखानी पड़ेगी,जिस खाते का आवेदनकर्ता ने पिछले तीन सालो से रख रखाव किया हो.
*आवेदक के पास 120 वर्ग फुट का एरिया खुद का अथवा किराये से होने चाहिए.
*आवेदक के पास TIN (tax identification number) होने चाहिए.
^जन औषधि सेंटर खोले के लिए कैसे करे आवेदन-
जो भी व्यक्ति स्टोर खोलना चाहता है उसे - http://janaushadhi.gov.in में जाकर फार्म डाउनलोड कर सकता है. उसे अपने भरे हुए फार्म को २००० रूपए के डिमांड ड्राफ्ट के साथ इस पते पर भेजना होगा-
जनरल मेनेजर (A&F)
ब्यूरो ऑफ़ फार्मा पब्लिक सेक्टर, अंडर टेकिंग ऑफ़ इंडिया
IDPL कॉर्पोरेट ऑफिस, IDPL काम्प्लेक्स पुरानी दिल्ली
गुड़गांव रोड, दूनडाहेड़ा हरियाणा - 122016